
ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (एम्स) के विभिन्न कोर्सेस में एडमिशन के लिए आयोजित एंट्रेंस टेस्ट में 33,000 कैंडिडेट्स में शामिल हुए। कोरोना महामारी के बीच आयोजित हुई प्रवेश परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा। साथ ही सभी सुरक्षा मानकों और गाइडलाइंस का भी पालन किया गया। इस बारे में एम्स प्रशासन ने अपने एक बयान में जानकारी दी कि जुलाई-अगस्त सेशन में एडमिशन के लिए आयोजित हुई इस परीक्षा में देशभर के 33,000 कैंडिडेट्स ने हिस्सा लिया।
सीसीटीवी से की गई निगरानी
गुरुवार को यह परीक्षा दोपहर 1 बजे से 2 बजे के बीच आयोजित की गई। एमडी,एमएस, डीएम, सीएच, फैलोशिप, एमएससी नर्सिंग कोर्स में एडमिशन के लिए इस परीक्षा का आयोजन किया गया। परीक्षा में शामिल होने आए स्टूडेंट्स की परीक्षा केंद्र में एंट्री से पहले थर्मल स्क्रीनिंग की गई। थर्मल स्क्रीनिंग की इस प्रोसेस पर सभी केंद्रों पर सीसीटीवी से निगरानी की गई।
बढ़ाई गई परीक्षा केंद्रों की संख्या
परीक्षा आयोजित करने से पहले इस बात का भी ध्यान रखा गया की परीक्षा में शामिल होने वाले किसी भी उम्मीदवार को ज्यादा लंबी यात्रा ना करनी पड़े। इसलिए 60 शहरों के बजाय 157 शहरों में परीक्षा केंद्र बनाए गए। परीक्षा के लिए हर राज्य में कम से कम एक केंद्र तय किया गया था। वहीं, परीक्षा देने पहुंचे सभी अभ्यर्थियों ने मास्क पहनकर परीक्षा दी। साथ ही हैंड सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का भी खास ध्यान रखा।
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